सात फेरे
दो अजनबी जब एक साथ है आते ,
प्यार के फूल जब दो दिलो में खिल है जाते,
कसमो और वादों के बंधन जब वो है निभाते,
विवाह के सात फेरे है उसे कहे जाते...
विवाह का स्वरूप बदल जाता है,
कहीं प्रेम तो कहीं सामाजिक विवाह का रूप उभर के आता है,
परिवार की खुशी तो कहीं समाज का अपमान,
अपरिवर्तित है बस सात फेरों का मान,
कसमो और वादों के बंधन जब दो अजनबी है निभाते,
विवाह के सात फेरे है उसे कहे जाते....
प्रतिष्ठा ,मान और...
प्यार के फूल जब दो दिलो में खिल है जाते,
कसमो और वादों के बंधन जब वो है निभाते,
विवाह के सात फेरे है उसे कहे जाते...
विवाह का स्वरूप बदल जाता है,
कहीं प्रेम तो कहीं सामाजिक विवाह का रूप उभर के आता है,
परिवार की खुशी तो कहीं समाज का अपमान,
अपरिवर्तित है बस सात फेरों का मान,
कसमो और वादों के बंधन जब दो अजनबी है निभाते,
विवाह के सात फेरे है उसे कहे जाते....
प्रतिष्ठा ,मान और...