बेकरार दिल
दिल बेकरार रहता
साहिब कुछ समझो
कली खिल रही है
भँवरे की तरह आओ
मुझमे हो होकर समा
प्रेम से अपना लो ना
जान निर्जीव दिख रही
मुलायम सी पंखुड़ी को
फुल की तरह खीला दो
© Dolly Jat
#dollykalove #erotica #Love&love #pyar #relationships #writco #WritcoQuote
साहिब कुछ समझो
कली खिल रही है
भँवरे की तरह आओ
मुझमे हो होकर समा
प्रेम से अपना लो ना
जान निर्जीव दिख रही
मुलायम सी पंखुड़ी को
फुल की तरह खीला दो
© Dolly Jat
#dollykalove #erotica #Love&love #pyar #relationships #writco #WritcoQuote