...

5 views

कलम लेखक की ✍️
बहुत दिनों के बाद ,
आज कलम उठाई है?
जाने मन में क्यों , घोर उदासी छाई है?

पल पल भर की ये छाणिक खुशी जो आई हैं!...
जाने क्या संग लाई है ,
है हृदय विलय सौदे जो ,वो मुख पृष्ठ से छीन जा रहा
तेज स्वर्ण जो था अनंत काल का ,आज रुंद्र होता जा रहा ।

© @खामोश अल्फाज़ ©A.k