...

10 views

प्रेम की अभिलाषा
प्रेम तो पवित्र था
वासना से मुक्त था
प्रेम स्वार्थहीन था
प्रेम शब्दहीन था
बिना कहे समझ लिया
जिसे आंखो ने ही पढ़ लिया
प्रेम एक भाव था
जिसे मन ही मन समझ लिया
प्रेम तो हृदय में था
दो...