तेरा शहर खुद से छोड़ दूंगा मैं 🤐
रिश्ता जब ख़तम हो जाएगा
तेरा शहर खुद से छोड़ दूंगा मैं
मेरी इश्क़ पतंग का अजीज धागा
उसको भी झटके से तोड़ दूंगा मैं
तेरी कमी मुझे महसूस तो होगी रातों में
पर तुझे याद करके...
तेरा शहर खुद से छोड़ दूंगा मैं
मेरी इश्क़ पतंग का अजीज धागा
उसको भी झटके से तोड़ दूंगा मैं
तेरी कमी मुझे महसूस तो होगी रातों में
पर तुझे याद करके...