हकीक़त
जबसे रुबरू हकीक़त हुए हैं
दिल के मेरे हजार टुकड़े हुए हैं
बेवफ़ाई की चादर ओढे ऐसे मिले
वफ़ा पर जैसे सवाल कई...
दिल के मेरे हजार टुकड़े हुए हैं
बेवफ़ाई की चादर ओढे ऐसे मिले
वफ़ा पर जैसे सवाल कई...