नादान सी परी ,अब बड़ी हो रही थी।
नादान - सी ओ लड़की, अब बड़ी हो रही थी।
"पापा की परी" वाले टैग को रखते हुए,ओ उड़ना नहीं ,अब चलना सीख रही थी।
दीदी - दीदी चिलाते हुए जो कल मेरे कम्बल में जबरदस्ती घुस आती थी,आज ओ कुछ लहज़े सीख के दरवाज़ा नहीं खटखटाकर अंदर आ रही थी।
नादान सी ओ लड़की,अब बड़ी हो रही थी।।
धोखे इतने...
"पापा की परी" वाले टैग को रखते हुए,ओ उड़ना नहीं ,अब चलना सीख रही थी।
दीदी - दीदी चिलाते हुए जो कल मेरे कम्बल में जबरदस्ती घुस आती थी,आज ओ कुछ लहज़े सीख के दरवाज़ा नहीं खटखटाकर अंदर आ रही थी।
नादान सी ओ लड़की,अब बड़ी हो रही थी।।
धोखे इतने...