शायर की ज़िंदगी
मेरे सपनों की रिमझिम बरसात में
तेरा साथ हो
मैं हर हाल में मुस्कुराता रहूंगा
अगर तुम मेरे पास हो
मैंने तेरी गलियों में कदम रखा
तो ऐसा लगा
जैसे तू मेरी धड़कन का अहसास हो
तेरी इक मुस्कुराहट के लिए जीता हूं मैं
जैसे तू दूर होकर भी मेरे पास हो
जब तुम मिलती हो तो लब खामोश होते है
ये खामोश लब भी बेहद खूबसूरत होते है
मैं पल पल तुम्हारी यादों में खोया रहता हूं
तुझसे बिछड़कर हम बहुत रोते है
कभी कभी मुस्कुराता हूं अपनी तकदीर पर
मोहब्बत करने वाले भी कमाल के लोग होते है
तुम एतबार करो मेरी बात का
मोहब्बत करने वाले जुदा हो...