...

20 views

हिसाब
कितनी बार ये सोचा
कि तुमसे कुछ कहूँ
इस दर्दे दिल को मैं
अकेली ही क्यूँ सहूँ
न जाने कस बेखुदी में
जिए जा रहे हो तुम
तुमको कब इतना सब्र
की तुम सुनो ओर...