लिखा और मिटाया
बड़ी अजीब बात है बेखयाली साथ है
लिखने को बढ़ते हाथ लिखते भी कमlल हैं
फिर क्या ये बात है
लिखा और मिटाया समझ नही आया
शायद अभी वक्त है हम संसार की गिरफ्त में हैं
जब मोह छूट जाएगा वापस लोट के...
लिखने को बढ़ते हाथ लिखते भी कमlल हैं
फिर क्या ये बात है
लिखा और मिटाया समझ नही आया
शायद अभी वक्त है हम संसार की गिरफ्त में हैं
जब मोह छूट जाएगा वापस लोट के...