मेरा ज़मीर,मेरी शान पापा आप मेरा अभिमान
गिर कर फिर से संभलना सीखा है
रो कर फिर से हंसना सीखा है
पापा आपके वात्सल्य की छांव में हमने जीना सिखा है
पापा उम्मीद है , आस है , विश्वास है ,
हर बेटी की जिंदगी की अटूट स्वाश है
संघर्ष की आंधियों में सुकूँ का आप पल है
पापा...
रो कर फिर से हंसना सीखा है
पापा आपके वात्सल्य की छांव में हमने जीना सिखा है
पापा उम्मीद है , आस है , विश्वास है ,
हर बेटी की जिंदगी की अटूट स्वाश है
संघर्ष की आंधियों में सुकूँ का आप पल है
पापा...