त्योहार
कहीं झिलमिल दीपों की लड़ी होगी
कहीं अंधियारों का पसरा बसेरा होगा,
कहीं खुशियों से रोशन दिवाली होगी
कहीं दिलों में जन्मों का अंधेरा होगा,
कहीं थमके भी न रुकेगी हँसी की फुहार
कहीं कोई चेहरा दर्द से, मुरझाता...
कहीं अंधियारों का पसरा बसेरा होगा,
कहीं खुशियों से रोशन दिवाली होगी
कहीं दिलों में जन्मों का अंधेरा होगा,
कहीं थमके भी न रुकेगी हँसी की फुहार
कहीं कोई चेहरा दर्द से, मुरझाता...