बेहिसाब गलतियाँ
देखकर किसी की बहन का रंग-रूप....
उसके ऊपर अपनी गंदी नजरे "
जो तुम टिकाओगे,,,,,!!
क्या...फिर वही गंदी नज़रे "
तुम अपनी बहन से मिला पाओगे,,,,!!
किसी की भी बहन के साथ "
जोर-जबरदस्ती करके....
जो तुम उसको हाथ लगाओगे,,,,,,!!
क्या...फिर उन्ही पापी हाथों पर "
तुम अपनी बहन से राखी बंधा पाओगे,,,,,,!!
देखकर किसी की बहन के....
छोटे कपड़े,आश्लिल नामों से"
जो तुम उनको बुलाओगे,,,,,!!
क्या...फिर वही छोटे कपड़े पहनने से "
तुम अपनी बहन को रोक पाओगे, ,,,,!!
रास्ते मे किसी की बहन को....
अपनी ओर आता देख "
जो तुम सीटी बजाओगे,,,,,!!
क्या...फिर ऐसा बेहूदा चेहरा "
तुम अपनी बहन को दिखा पाओगे,,,,,!!
बीच सड़क पर बे-इज़्ज़त करके....
किसी की बहन को "
जो तुम सुकून से मुस्कुराओगे,,,,,!!
क्या...फिर...
उसके ऊपर अपनी गंदी नजरे "
जो तुम टिकाओगे,,,,,!!
क्या...फिर वही गंदी नज़रे "
तुम अपनी बहन से मिला पाओगे,,,,!!
किसी की भी बहन के साथ "
जोर-जबरदस्ती करके....
जो तुम उसको हाथ लगाओगे,,,,,,!!
क्या...फिर उन्ही पापी हाथों पर "
तुम अपनी बहन से राखी बंधा पाओगे,,,,,,!!
देखकर किसी की बहन के....
छोटे कपड़े,आश्लिल नामों से"
जो तुम उनको बुलाओगे,,,,,!!
क्या...फिर वही छोटे कपड़े पहनने से "
तुम अपनी बहन को रोक पाओगे, ,,,,!!
रास्ते मे किसी की बहन को....
अपनी ओर आता देख "
जो तुम सीटी बजाओगे,,,,,!!
क्या...फिर ऐसा बेहूदा चेहरा "
तुम अपनी बहन को दिखा पाओगे,,,,,!!
बीच सड़क पर बे-इज़्ज़त करके....
किसी की बहन को "
जो तुम सुकून से मुस्कुराओगे,,,,,!!
क्या...फिर...