कर रहे पश्चाताप
कर रहे पश्चाताप,करके पाप अपरंपार,
भूल गए जीवन की सच्चाई,कर रहे झूठ का प्रसार,
मिटा कर ईश्वरीय ज्ञान,कर रहे माँ का दान,
असारता के चक्र में ,कर दिए स्वयं को क़ुर्बान।
कर रहे पश्चाताप,करके पाप अपरंपार,
बेच खाया ईमान, फैलाता है अपना झूठा नाम,
इंद्रधनुष को चीरते हुए,जैसे काली किरण कर रही प्रणाम,...
भूल गए जीवन की सच्चाई,कर रहे झूठ का प्रसार,
मिटा कर ईश्वरीय ज्ञान,कर रहे माँ का दान,
असारता के चक्र में ,कर दिए स्वयं को क़ुर्बान।
कर रहे पश्चाताप,करके पाप अपरंपार,
बेच खाया ईमान, फैलाता है अपना झूठा नाम,
इंद्रधनुष को चीरते हुए,जैसे काली किरण कर रही प्रणाम,...