मेरा कोई ख़ास…..
मेरा कोई ख़ास हो बस वो मेरे पास हो!
बस हस्ते-हस्ते वक़्त गुज़रता जाये,
वो कभी ना ज़िंदगी में मुझसे नाराज़ हो….
मेरा कोई ख़ास हो बस वो मेरे पास हो….
कही ना कही तो वो रहता होगा।
शायद! मेरी ही तरह !
वो भी खुदको कुछ कहता होगा।
जैसे मुझको है उसको भी मिलने की आस हो….
मेरा कोई ख़ास हो बस वो मेरे पास...
बस हस्ते-हस्ते वक़्त गुज़रता जाये,
वो कभी ना ज़िंदगी में मुझसे नाराज़ हो….
मेरा कोई ख़ास हो बस वो मेरे पास हो….
कही ना कही तो वो रहता होगा।
शायद! मेरी ही तरह !
वो भी खुदको कुछ कहता होगा।
जैसे मुझको है उसको भी मिलने की आस हो….
मेरा कोई ख़ास हो बस वो मेरे पास...