...

5 views

वो तुम नहीं थे
वो जो मैं अचानक मुस्कुरा उठी , वो तुम नहीं तुम्हारा ख्याल था।
एकदम नया नहीं था मगर कमाल था।
तुम्हारे ख्याल हंसाते नहीं हैं,रोई भी हूं,
यकीन मानो उस ख्याल से सांस रुक गई थी,
दिखा नहीं किसी को, दर्द का बवाल था।
अब ये तो शिकायत हो गई शायद ,
लेकिन एक याद जब तुम खुलकर हंसी,
मैं देखती रही तुमको , दीवानों सी
बिखर गया जो ठहाका मुझपर,गुलाल था।
याद अब तो तुम्हारी आती है, कहीं और मन को लगाने लगती हूं।
मगर एक बात जो दर्द तुम्हारे बंटवा ना सकी , हटती नहीं जेहन से ।
आज भी वही है जो कल भी मलाल था।

© light of sun