...

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तू ❤️❣️💔
ना हर तरफ़ दिखता चेहरा है तू,
ना कानों को सुहाती आवाज है तू,
मुझमें मुझसा मिल चुका एक एहसास है तू!

कभी सब भुला एक दोस्त बन उम्र भर साथ रहने का,
तो कभी बिना ज़िक्र किए बहुत दूर चले जाने का,
मुझमें मुझसा मिल चुका एक एहसास है तू!

कभी घंटों बातें करने का,
तो कभी सालों बेख़बर रहने का,
मुझमें मुझसा मिल चुका एक एहसास है तू!

मेरे ख़यालों को अपने नाम से जोड़,
कभी उलझाता कभी सुलझाता सा,
मुझमें मुझसा मिल चुका एक एहसास है तू!