बुरा क्यों माने...
अफसोस का बुरा क्यों माने,
हम बुरे को बुरा क्यों माने.!!
भरोसे की इमारत तोड़ गए वो,
हम नादानियों का बुरा क्यों माने..!!
चालाक जो काबिल-ए- तारीफ,
अपने ऐतबार का बुरा...
हम बुरे को बुरा क्यों माने.!!
भरोसे की इमारत तोड़ गए वो,
हम नादानियों का बुरा क्यों माने..!!
चालाक जो काबिल-ए- तारीफ,
अपने ऐतबार का बुरा...