...

28 views

आत्मविश्वास
एक लडकी थी कोई,
चूप सी रेहती थी..
नही था उसपे बोझ कोई,
फिर भी न जाने बोलने से डरती थी..
कुछ अलग नही थी उसकी कहानी,
बस आत्मविश्वास की कमी थी..
नही था उसका सपना कोई,
इसी सोच मे रेहती थी खोयी खोयी..
ना सही रास्ता मिला, ना किसिने दिखाया,
कुछ ठान लिया उसने खुदके के ही मन मे..
बडा नही कुछ अलग बनने के थे सपने,
फिर उड चली एैसे, परिंदे नही हवा बनने...


© Mona