ज़िद्दी लड़का 🖤
जो लिख रहा वो अल्फाज है...!
अंदर छुपा कुछ जज्बात है...!!
लबों पर ये जो मुस्कान है...!
झूठी हँसी की ये पहचान है...!!
प्यार का ये एहसास कभी खत्म नहीं होता है...!
महबूब दूर भी रहे पर दिल में सदा रहता है...!!
चलों सारी मुसीबत उलझनें को ही खत्म कर देते है...!
एक चुटकी सिंदूर और मंगलसूत्र पहना के हम तेरे बन लेते है...!!
माथें को चूम कर रजा ए-मोहब्बत की थी...!
तब जा के ये दिल लबों की इजाजत दी थी....!!
हुआँ मोहब्बत तो ताउम्र निभा देना तुम...!...
अंदर छुपा कुछ जज्बात है...!!
लबों पर ये जो मुस्कान है...!
झूठी हँसी की ये पहचान है...!!
प्यार का ये एहसास कभी खत्म नहीं होता है...!
महबूब दूर भी रहे पर दिल में सदा रहता है...!!
चलों सारी मुसीबत उलझनें को ही खत्म कर देते है...!
एक चुटकी सिंदूर और मंगलसूत्र पहना के हम तेरे बन लेते है...!!
माथें को चूम कर रजा ए-मोहब्बत की थी...!
तब जा के ये दिल लबों की इजाजत दी थी....!!
हुआँ मोहब्बत तो ताउम्र निभा देना तुम...!...