जाग उठा मन
अचानक मन महसूस किया
किसी ने छूकर उसे टटोला
अब जाग उठा मन और सोचा
आखिर वह कौन था जो मुझे टटोला।
अन्तरात्मा बोल उठी. मत डर
मै तेरी चेतना हूँ, जो तुझे झकोरा।
निज हित के लिए तू कितनों को लूटा
परिणाम बिना सोचे दूसरों का खून किया।
दूसरों का आँसू...
किसी ने छूकर उसे टटोला
अब जाग उठा मन और सोचा
आखिर वह कौन था जो मुझे टटोला।
अन्तरात्मा बोल उठी. मत डर
मै तेरी चेतना हूँ, जो तुझे झकोरा।
निज हित के लिए तू कितनों को लूटा
परिणाम बिना सोचे दूसरों का खून किया।
दूसरों का आँसू...