6 views
इल्जाम
इल्जाम लगाया उन्होंने,
हम दिखाई क्यों नहीं देते?
साथ ही कह दिया उन्होंने,
तुम हमें क्यों हो बिसार देते?
कैसे समझाएं हम उनको,
गलतफ़हमी न पालो तुम मन में।
भूल नहीं सकते हम तुमको,
रहते हो तुम मेरे दिल में।
इल्जामों का उनके न कोई आधार,
शायद गलतफहमी के हुए वो शिकार।
जुड़े हैं जिनसे,मन के तार,
वो नहीं भुलाए जाते एक भी बार।
#unkee yaad #writcopoem#attachment #love
© mere alfaaz
हम दिखाई क्यों नहीं देते?
साथ ही कह दिया उन्होंने,
तुम हमें क्यों हो बिसार देते?
कैसे समझाएं हम उनको,
गलतफ़हमी न पालो तुम मन में।
भूल नहीं सकते हम तुमको,
रहते हो तुम मेरे दिल में।
इल्जामों का उनके न कोई आधार,
शायद गलतफहमी के हुए वो शिकार।
जुड़े हैं जिनसे,मन के तार,
वो नहीं भुलाए जाते एक भी बार।
#unkee yaad #writcopoem#attachment #love
© mere alfaaz
Related Stories
10 Likes
2
Comments
10 Likes
2
Comments