मयखाने
#मयखाने
जब से हुई है मेरी आमद शहर में तेरे
मुझसे रूठे रूठे सारे मयखाने हैं
जब से हुई है आमद मेरी शहर में तेरे
रुसवार सी हुई हैं सर्द रातें
छलके छलके से पैमाने हैं...
जब से हुई है मेरी आमद शहर में तेरे
मुझसे रूठे रूठे सारे मयखाने हैं
जब से हुई है आमद मेरी शहर में तेरे
रुसवार सी हुई हैं सर्द रातें
छलके छलके से पैमाने हैं...