क़िताब-ए-मोहब्बत
ये क़िताब-ए-मोहब्बत है,
हर पन्ना नाजुक होता है।
दर्द है, प्यार है, रुसवाईयाँ भी,
डोर बड़ा...
हर पन्ना नाजुक होता है।
दर्द है, प्यार है, रुसवाईयाँ भी,
डोर बड़ा...