तुम
कुछ यूं आए तुम
हमारी जिंदगी में
सारे गम ...
बेमानी हो गए।
पलकों पर कोई
आंसू का कतरा
ना ठहरा,
दरिया के हाथों सब
नमकीन पानी हो गए।
कुछ यूं आए तुम
हमारी जिंदगी में
सारे गम...
बेमानी हो गए ।
हलकों से कोई
गम का निशान
ना निकला,
जज्ज़बातो के हाथों
सब पशेमानी हो गए ।
कुछ यूं आए तुम
हमारी जिंदगी में
सारे गम....
बेमानी हो गए।
© Jyoti Dhiman
हमारी जिंदगी में
सारे गम ...
बेमानी हो गए।
पलकों पर कोई
आंसू का कतरा
ना ठहरा,
दरिया के हाथों सब
नमकीन पानी हो गए।
कुछ यूं आए तुम
हमारी जिंदगी में
सारे गम...
बेमानी हो गए ।
हलकों से कोई
गम का निशान
ना निकला,
जज्ज़बातो के हाथों
सब पशेमानी हो गए ।
कुछ यूं आए तुम
हमारी जिंदगी में
सारे गम....
बेमानी हो गए।
© Jyoti Dhiman