शायद इसलिए
आज हर शख्स शायर है,
शायद इसलिए कि अब जमाने का नहीं, अपनों से डर है|
दिनभर कमाने के बाद घर लौटना छोड़ दिया है अब
शुकुन नहीं मिलता है, इसलिए ही तो बाहर है|
क्या सच में घर घर...
शायद इसलिए कि अब जमाने का नहीं, अपनों से डर है|
दिनभर कमाने के बाद घर लौटना छोड़ दिया है अब
शुकुन नहीं मिलता है, इसलिए ही तो बाहर है|
क्या सच में घर घर...