पुरुष प्रेम
तुम जानते हो
तुम सिर्फ तुम हो
मुझे तुम से नफ़रत नहीं होती
मैं ये नहीं कह सकती मुझे तुम से प्रेम है
लेकिन......
मैं कहना चाहती हूं तुम मायने बहुत रखते हो
तुम बहुत सरल हो
मैंने इतने सरल पुरुष नहीं देखे
मैंने देखा है
उनको क्रोध करते हुए पर
मैंने तुम्हें प्रेम करते हुए देखा है
हां तुम्हारा क्रोध भी उन्हीं पुरुषों...
तुम सिर्फ तुम हो
मुझे तुम से नफ़रत नहीं होती
मैं ये नहीं कह सकती मुझे तुम से प्रेम है
लेकिन......
मैं कहना चाहती हूं तुम मायने बहुत रखते हो
तुम बहुत सरल हो
मैंने इतने सरल पुरुष नहीं देखे
मैंने देखा है
उनको क्रोध करते हुए पर
मैंने तुम्हें प्रेम करते हुए देखा है
हां तुम्हारा क्रोध भी उन्हीं पुरुषों...