छोटा सा संसार
मेरे पास एक बहुत ही प्यारा घर था
घर में बहुत ही प्यार एक संसार था
सब दिल से एक दूसरे को पसंद करते थे
फिर एक ऐसा दिन आया
जिन अखो में एक दूसरे के लिए प्यार और भाई चारा था
उन्हें एक दूसरे के लिए नफ़रत पैदा हुई
एक ऐसी सुनामी आई कि मानो सब कुछ बहा के ले गई
सारे रिश्ते छूट गये
सारे अपने रूठ गए
अपनों को कैसे बताएं सब अपने-अपने हैं
अब लोगो को कैसे समझाऊ मै कि सब रिश्ते अपने हैं
चलो मान लिया एक से गलती हुई...दूसरो से वी गलती हुई
पर क्या एक गलती की सज़ा इतनी बड़ी हो गई
भाईचारा ख़त्म होने पे आ गई
कैसे इन्हे बताऊ मै सारे उंगली बराबर नहीं एक छोटी एक बड़ी
लेकिन जब सब मिलती तब एक हथेली बनती
कैस इन्हे बत्ताउ मै सब रिश्ते अपने हैं ,अपने हैं अपने हैं
© miss pandey
घर में बहुत ही प्यार एक संसार था
सब दिल से एक दूसरे को पसंद करते थे
फिर एक ऐसा दिन आया
जिन अखो में एक दूसरे के लिए प्यार और भाई चारा था
उन्हें एक दूसरे के लिए नफ़रत पैदा हुई
एक ऐसी सुनामी आई कि मानो सब कुछ बहा के ले गई
सारे रिश्ते छूट गये
सारे अपने रूठ गए
अपनों को कैसे बताएं सब अपने-अपने हैं
अब लोगो को कैसे समझाऊ मै कि सब रिश्ते अपने हैं
चलो मान लिया एक से गलती हुई...दूसरो से वी गलती हुई
पर क्या एक गलती की सज़ा इतनी बड़ी हो गई
भाईचारा ख़त्म होने पे आ गई
कैसे इन्हे बताऊ मै सारे उंगली बराबर नहीं एक छोटी एक बड़ी
लेकिन जब सब मिलती तब एक हथेली बनती
कैस इन्हे बत्ताउ मै सब रिश्ते अपने हैं ,अपने हैं अपने हैं
© miss pandey