तुम और तुम्हारा प्यार
प्यार तो तुझसे आज भी बहुत है,
कही न कही शायद तुझे भी है!
फिर भी कुछ तो बदल गया है,
जैसे-समय, एहसास और नज़रिया!
बात बस इतनी है की तुम
सब अपने हिसाब से चाहते हो,
पर ऐसा नहीं होता
मेरी भी कुछ सोच...
कही न कही शायद तुझे भी है!
फिर भी कुछ तो बदल गया है,
जैसे-समय, एहसास और नज़रिया!
बात बस इतनी है की तुम
सब अपने हिसाब से चाहते हो,
पर ऐसा नहीं होता
मेरी भी कुछ सोच...