#प्रयासरत
#पग-पग
पग -पग धरती पग -पग अम्बर,
क्या कुछ ना है पग -पग बोलो,
पग- पग अनिल व पग -पग सलिल,
फिर विध्वंस-तृष्णा क्यों तुम घोलो ??
क्रन्दन अनुत्तरित प्रश्नों का प्यासा,
मरुभूमि में कर्म-बीज को बो लो,
क़लम चुनो या तलवार नुकीली,
सघन...
पग -पग धरती पग -पग अम्बर,
क्या कुछ ना है पग -पग बोलो,
पग- पग अनिल व पग -पग सलिल,
फिर विध्वंस-तृष्णा क्यों तुम घोलो ??
क्रन्दन अनुत्तरित प्रश्नों का प्यासा,
मरुभूमि में कर्म-बीज को बो लो,
क़लम चुनो या तलवार नुकीली,
सघन...