परिंदें हम जहां में...🕊️
परिंदे हम जहाँ में,
मंजिलों के दिवाने...
उड़ानों से क्या डर हैं,
हौसलों के हैं इरादें !!
ना रूकते कदम,
बढते हरदम...
मर,मिट जाने...
मंजिलों के दिवाने...
उड़ानों से क्या डर हैं,
हौसलों के हैं इरादें !!
ना रूकते कदम,
बढते हरदम...
मर,मिट जाने...