माफ़ी
माफ करना ए दोस्त हम दोस्ती निभा ना सके,
चाहा बहुत आना लौटकर पर आ ना सके!
जंग चल रहीं थी जिंदगी और मौत की,
पार जिंदगी से हम पा ना सके!
इंतजार था तुम्हे आने का मेरे पर...
चाहा बहुत आना लौटकर पर आ ना सके!
जंग चल रहीं थी जिंदगी और मौत की,
पार जिंदगी से हम पा ना सके!
इंतजार था तुम्हे आने का मेरे पर...