खिलौने अनबोलते
खिलौना मिट्टी का हो
या सोने का एक भरा पूरा
संसार है खिलौने का
यह बच्चों को हंसाता
बड़ों का मन मोहता
बूढ़ों को बच्चा बनाता
खिलौने तरह-तरह के
हंसने गाने रोने
चलने बोलने वाले
और कुछ अनबोलते
कभी मुंह नहीं खोलते
सहलाइये दुलारिये पुचकारिये
मन करे उछालिए
मन भरे, तोड़ डालिये
खिलौने ऐसे...
या सोने का एक भरा पूरा
संसार है खिलौने का
यह बच्चों को हंसाता
बड़ों का मन मोहता
बूढ़ों को बच्चा बनाता
खिलौने तरह-तरह के
हंसने गाने रोने
चलने बोलने वाले
और कुछ अनबोलते
कभी मुंह नहीं खोलते
सहलाइये दुलारिये पुचकारिये
मन करे उछालिए
मन भरे, तोड़ डालिये
खिलौने ऐसे...