बसन्त
टहनियों ने बाहें फैलाई
और अपने
दूसरे किनारे को छुआ
शरमाया पेड़ अपने मिलन पे
पत्तियों ने कम्पन किया
फूलों ने थरथरा के
धरा का आलिंगन किया।
तिरछी नज़र से
सूरज ने देखा
और शरमा कर
लाल हो गया।
सांवली मिट्टी की
सौंधी खुशबू ने
रंगों को चूमा और
उसकी सारी दुनिया
रंग बिरंगी हो गई।
©jyoti_
© Jyoti Dhiman
और अपने
दूसरे किनारे को छुआ
शरमाया पेड़ अपने मिलन पे
पत्तियों ने कम्पन किया
फूलों ने थरथरा के
धरा का आलिंगन किया।
तिरछी नज़र से
सूरज ने देखा
और शरमा कर
लाल हो गया।
सांवली मिट्टी की
सौंधी खुशबू ने
रंगों को चूमा और
उसकी सारी दुनिया
रंग बिरंगी हो गई।
©jyoti_
© Jyoti Dhiman