'आंखो की विडंबना '
आंखे कितना कुछ झेलती है ......
बस खामोश रहती है ।
और गवाह बन जाती है ,
उन बातों की !
जिनका जवाब दे पाना ,
बहुत ही मुश्किल हो जाता है ।
अतीत की...
बस खामोश रहती है ।
और गवाह बन जाती है ,
उन बातों की !
जिनका जवाब दे पाना ,
बहुत ही मुश्किल हो जाता है ।
अतीत की...