सब्र
दर्द को शराब में मिला के पीते गए।
फिर यूँ हुआ के हम मुस्कुराते गए।
पुरानी तस्वीर जो आंखों में समाई!
फिर यादों को धूएं में जलाते गए।
अब तो हमें साज़िशें भी जानने लगीं!
आंसुओं संग खुद को...
फिर यूँ हुआ के हम मुस्कुराते गए।
पुरानी तस्वीर जो आंखों में समाई!
फिर यादों को धूएं में जलाते गए।
अब तो हमें साज़िशें भी जानने लगीं!
आंसुओं संग खुद को...