ज्ञान के प्रकाश पुंज: शिक्षक
गुरु, ज्ञानी, सद्गुरु का भटकते हृदय में जब होता प्रवेश
दुविधा, उलझन से भरे मन में ज्ञान का तब होता समावेश।
अलौकिक, अनुपम प्रकाश उर अंतर में उतरता जब
तेरे- मेरे की दुर्भावना का संकुचित भाव दूर होता तब।
निस्तेज हृदय में आत्म शक्ति का हो जाता...
दुविधा, उलझन से भरे मन में ज्ञान का तब होता समावेश।
अलौकिक, अनुपम प्रकाश उर अंतर में उतरता जब
तेरे- मेरे की दुर्भावना का संकुचित भाव दूर होता तब।
निस्तेज हृदय में आत्म शक्ति का हो जाता...