...

19 views

ज़िंदगी के रंग हज़ार
माना कि ज़िंदगी इम्तिहान लेती है
कभी आंसू तो कभी खुशियों की
सौगात देती है

सलीका हर किसी का जुदा जुदा होता है
जो जागता है वो पाता है
जो सोता है वो खोता है

कहां हमने भी कभी सोचा होगा
कि मौक़े यूं जीने के बारे बार मिलते नहीं
पतझड़ के मौसम में
गुलशन कभी खिलते नहीं

पर हिम्मत और तक़दीर
सब को जीना सिखाती है
हो गर ऊपरवाले पर भरोसा
तो नैया पार ये लगाती है

ज़िंदगी को यूं कोसते रहोगे
तो ज़िंदगी तुम्हें मायूस करेगी
गर खुल कर करोगे इसे स्वीकार
तो दामन ये खुशियों से भरेगी


© Aphrodite