मैं
Mujhe ab bhi ahsaas hai mujhme ab bhi kuch khaas हैं, पर न जाने क्यों रूखा रूखा सा ahsaas hai , लेकिन फिर भी यह अहसास बनता मेरा लिए हर पल सॉस है ।हर वक्त मेरा अन्तर मन का दर्पण मुझसे कहता झाक ले खुद के अंदर जो भी तेरे पास है वो बेहद खास है ,बस इतना है कि मुझे हुआ nahi abhi tak आभास hai।bas to karta chal khud se ladta chal, इस duniya ki mat सोच,ये दुनिया तुझे हर पल भटकाएगी इनका बस चले तो तुझे सुल्ली pe bhi लटकाएगी अंत में बस तो और तेरा कुछ कर गुजर जाने का जज्बा ही काम आयेगी।कल तक तो जो काले बादलों से घिरा था।तेरा वो समय भी आयेगा जब तेरी चमक से सब की आंखें चौंध्याएगी उस वक्त उनकी आवाज नही तेरी सफलता शोर मचाएंगी।जब तेरी काबिलियत के आगे दुनिया नसमस्तक हो जायेगी