जी चाहता है
"जी चाहता है"
क्यूं कोई इतना अजीज होता, प्यार लुटाऊॅं जी चाहता है।
कोई हद होती नहीं प्यार में हद से गुजरने को जी चाहता है।
उनकी मासूमियत तो देखो समझके भी नासमझ बने वो
भोलेपन की इसी अदा पर कुर्बान जाने को जी चाहता है।
सजता है जो सुरमई आंखों में निगाहों का जादू बनके ।
उनके कजरारे नैनों...
क्यूं कोई इतना अजीज होता, प्यार लुटाऊॅं जी चाहता है।
कोई हद होती नहीं प्यार में हद से गुजरने को जी चाहता है।
उनकी मासूमियत तो देखो समझके भी नासमझ बने वो
भोलेपन की इसी अदा पर कुर्बान जाने को जी चाहता है।
सजता है जो सुरमई आंखों में निगाहों का जादू बनके ।
उनके कजरारे नैनों...