आहटों के राज़
राह-ए-उल्फ़त में किसी के आने का एहसास
ज़ेहन में होता रहा किसी के संग का विश्वास
जान लिया मैंने तो अब उस आहटों के राज़
कानों में गूँजता रहा उसके बोली की मिटास
आ...
ज़ेहन में होता रहा किसी के संग का विश्वास
जान लिया मैंने तो अब उस आहटों के राज़
कानों में गूँजता रहा उसके बोली की मिटास
आ...