ख्वाहिशों से आज़ादी।
कई बार कहता है मन
चल आज़ाद हो चलें
आज़ाद हो चलें
इन ख़्वाहिशों की दुनिया से....
हर बार आगे बढ़ते कदम
अपने आप पीछे हो जाते हैं
उड़ने की कोशिश तो करते हैं
पर अपनी ही...
चल आज़ाद हो चलें
आज़ाद हो चलें
इन ख़्वाहिशों की दुनिया से....
हर बार आगे बढ़ते कदम
अपने आप पीछे हो जाते हैं
उड़ने की कोशिश तो करते हैं
पर अपनी ही...