Tum Hi Tum....
बात तो उन चंद लम्हों की है
जो आपके साथ गुज़रते हैं
महफूज़ रखता हूं मैं इनको
इन्हीं से हम मन भरते हैं
बातें कुछ अनकही सी होती हैं
मन के धागों...
जो आपके साथ गुज़रते हैं
महफूज़ रखता हूं मैं इनको
इन्हीं से हम मन भरते हैं
बातें कुछ अनकही सी होती हैं
मन के धागों...