नानी की कहानी
याद हैं आते मुझे आज भी नानी के साथ बिताए पल
मेरी नानी के पास होता था हर इक समस्या का हल
हर साल गर्मी की छुट्टियों का करती थी मैं इंतज़ार
नानी से ढेरों कहानियाँ सुनती थी मैं हर बार
घर में बड़ी होने के कारण मिला मुझे अपनी नानी का खास ही प्यार
उनकी हर इक बात में झलकता था मेरे लिए उनका दुलार
स्कूल की सारी फ़िक्रों से दूर मैं पहुच जाती थी नानी के पास
हर रात वो एक नई कहानी सुनाएंगी, मुझे था पूरा विश्वास
दिन बीतते ही सारे बच्चे उनको लेते थे घेर
कहानी सुनाने में नानी भी नहीं करती थी कभी देर
भगवान की प्रार्थना करती थीं रोज़, उनपर था नानी का अटूट विश्वास
भगवान की कहानियाँ सुनाते हुए आती...
मेरी नानी के पास होता था हर इक समस्या का हल
हर साल गर्मी की छुट्टियों का करती थी मैं इंतज़ार
नानी से ढेरों कहानियाँ सुनती थी मैं हर बार
घर में बड़ी होने के कारण मिला मुझे अपनी नानी का खास ही प्यार
उनकी हर इक बात में झलकता था मेरे लिए उनका दुलार
स्कूल की सारी फ़िक्रों से दूर मैं पहुच जाती थी नानी के पास
हर रात वो एक नई कहानी सुनाएंगी, मुझे था पूरा विश्वास
दिन बीतते ही सारे बच्चे उनको लेते थे घेर
कहानी सुनाने में नानी भी नहीं करती थी कभी देर
भगवान की प्रार्थना करती थीं रोज़, उनपर था नानी का अटूट विश्वास
भगवान की कहानियाँ सुनाते हुए आती...