घिसते पाँव
मुश्किलों से भी डगर में मंजिले वो पाएंगे।
राह में जो चलते चलते पांव घिसते जायेंगे।
रास्तों के कांटों से जो नही घबराएंगे।
एकदिन वो लोग खुद को फूल सा महकाएंगे।
चलते तो सब है मगर मंजिल नहीं पाते सभी।
ये भी सच है रास्ते में है घबराते सभी।
राह में चलना तो फिर हंसते गाते चलते जाओ।
मुश्किलों से पार पाओ तुम तनिक न घबराओ।
जो डरे बिन रास्तों में आगे बढ़ते जाएंगे।
मुश्किलों से भी डगर में मंजिले वो पाएंगे।
© Ank's
राह में जो चलते चलते पांव घिसते जायेंगे।
रास्तों के कांटों से जो नही घबराएंगे।
एकदिन वो लोग खुद को फूल सा महकाएंगे।
चलते तो सब है मगर मंजिल नहीं पाते सभी।
ये भी सच है रास्ते में है घबराते सभी।
राह में चलना तो फिर हंसते गाते चलते जाओ।
मुश्किलों से पार पाओ तुम तनिक न घबराओ।
जो डरे बिन रास्तों में आगे बढ़ते जाएंगे।
मुश्किलों से भी डगर में मंजिले वो पाएंगे।
© Ank's