जिना चाहता हूँ..
#पहचान
बनेगा जो सास्वत वही आधार होगा,
पहचान तेरा नाम अपितु काम होगा;
आख़िरी सांस लेने से पहले खुद के लिये जी
यहा हर कोई फिरता है लगाके चेहरा फर्जी..
बहुत थक गया हूँ,अब रुकना चाहता हूँ
बची है जो...
बनेगा जो सास्वत वही आधार होगा,
पहचान तेरा नाम अपितु काम होगा;
आख़िरी सांस लेने से पहले खुद के लिये जी
यहा हर कोई फिरता है लगाके चेहरा फर्जी..
बहुत थक गया हूँ,अब रुकना चाहता हूँ
बची है जो...