रावण हूं मैं
रावण...
हां हूं मैं रावण
पापी हूं, अधर्मी हूं, अहंकारी हूं
लेकिन याद रखना...
महाप्रतापी और महापराक्रमी योद्धा भी मैं ही हूं
त्रिलोक विजेता भी मैं ही हूं
प्रखंड विद्वान और महाग्यानी भी मैं ही हूं
और शास्त्रों का प्रखर ज्ञाता भी मैं ही हूं
सालों से मुझे जलाते चले आ रहे हो
और खुद पाप पर पाप किए जा रहे हो
अरे सालों से मुझे जलाते चले आ रहे हो
और खुद पाप पर पाप किए जा रहे हो
हां था मैं गलत
हां था मैं गलत
जो किसी और के घर की स्त्री को उठाकर यह सोचा की मैंने अपने कुल की मर्यादा और इज्जत बचाई थी
लेकिन याद रखना की वो अपहरण मर्यादा मैं था और मेरी छाया भी सीता पर...
हां हूं मैं रावण
पापी हूं, अधर्मी हूं, अहंकारी हूं
लेकिन याद रखना...
महाप्रतापी और महापराक्रमी योद्धा भी मैं ही हूं
त्रिलोक विजेता भी मैं ही हूं
प्रखंड विद्वान और महाग्यानी भी मैं ही हूं
और शास्त्रों का प्रखर ज्ञाता भी मैं ही हूं
सालों से मुझे जलाते चले आ रहे हो
और खुद पाप पर पाप किए जा रहे हो
अरे सालों से मुझे जलाते चले आ रहे हो
और खुद पाप पर पाप किए जा रहे हो
हां था मैं गलत
हां था मैं गलत
जो किसी और के घर की स्त्री को उठाकर यह सोचा की मैंने अपने कुल की मर्यादा और इज्जत बचाई थी
लेकिन याद रखना की वो अपहरण मर्यादा मैं था और मेरी छाया भी सीता पर...