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गुंजाइश
जिंदगी में बहाव समय का
कभी ले जाता है आगे
कभी पीछे खींच लाती है मुश्किलें
ऐसे में मिलते है कुछ लोग बार बार
मिलने बिछड़ने की बीच मिलने की
गुंजाइश होनी चाहिए
वक्त के साथ दोस्त बन जाते हैं कभी दुश्मन
थपेड़े समय के ले आते हैं
कभी दुश्मनों के साथ भी
निभाओ दोस्ती दुश्मनी लेकिन
दोस्ती में दुश्मनी और दुश्मनी में दोस्ती
की गुंजाइश रहनी चाहिए
दाता ने दिया है खूब तो दोनो हाथों से दो
ना जाने कब ले करवट समय और
नौबत मांगने की आ जाए
कभी चूर न होना मद में
ना घबराना दुखों में
अच्छे बुरे वक्त में संभालने की
गुंजाइश होनी चाहिए
© Poeत्रीباز
कभी ले जाता है आगे
कभी पीछे खींच लाती है मुश्किलें
ऐसे में मिलते है कुछ लोग बार बार
मिलने बिछड़ने की बीच मिलने की
गुंजाइश होनी चाहिए
वक्त के साथ दोस्त बन जाते हैं कभी दुश्मन
थपेड़े समय के ले आते हैं
कभी दुश्मनों के साथ भी
निभाओ दोस्ती दुश्मनी लेकिन
दोस्ती में दुश्मनी और दुश्मनी में दोस्ती
की गुंजाइश रहनी चाहिए
दाता ने दिया है खूब तो दोनो हाथों से दो
ना जाने कब ले करवट समय और
नौबत मांगने की आ जाए
कभी चूर न होना मद में
ना घबराना दुखों में
अच्छे बुरे वक्त में संभालने की
गुंजाइश होनी चाहिए
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