एक नई और अनकही कविता
हरी-भरी वादियों में बसा,
पर्वतों का गहरा संगीत,
नदियों की कलकल ध्वनि में,
झरनों का मृदु गीत।सूरज की किरणें बिखेरें,
रंगों का अद्भुत खेल,
बादलों की छाँव में सिमटे,
प्रकृति का अनमोल...
पर्वतों का गहरा संगीत,
नदियों की कलकल ध्वनि में,
झरनों का मृदु गीत।सूरज की किरणें बिखेरें,
रंगों का अद्भुत खेल,
बादलों की छाँव में सिमटे,
प्रकृति का अनमोल...