हौसला
कर ले जो दिल कह रहा,
क्यों उसे रोकना?
क्यों हर बात पर शर्माना?
क्यों हर बात पर टोकना?
आज छोड़ दे सारी चिंता,
कर ले तू खुद से भी ज़रा प्यार,
आज कर ले खुद से तू यारी,
बन जा तू खुद का ही यार।
आज सिर्फ़ दूसरों का ही नहीं,
कर ले तू खुद का भी सम्मान,
छू ले उस गगन को,
भर ले तू ऊँची उड़ान।
कितनी बार टूटकर बिखरकर भी,
बनाती है चिड़िया अपना घोंसला,
फिर ऐ बंदेया, तू क्यों उदास है?
रख ले तू खुद पर हौसला,
रख ले तू खुद पर हौसला।
© Shreya N.B.
क्यों उसे रोकना?
क्यों हर बात पर शर्माना?
क्यों हर बात पर टोकना?
आज छोड़ दे सारी चिंता,
कर ले तू खुद से भी ज़रा प्यार,
आज कर ले खुद से तू यारी,
बन जा तू खुद का ही यार।
आज सिर्फ़ दूसरों का ही नहीं,
कर ले तू खुद का भी सम्मान,
छू ले उस गगन को,
भर ले तू ऊँची उड़ान।
कितनी बार टूटकर बिखरकर भी,
बनाती है चिड़िया अपना घोंसला,
फिर ऐ बंदेया, तू क्यों उदास है?
रख ले तू खुद पर हौसला,
रख ले तू खुद पर हौसला।
© Shreya N.B.